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बीए सेमेस्टर-3 भूगोल

सरल प्रश्नोत्तर समूह

प्रकाशक : सरल प्रश्नोत्तर सीरीज प्रकाशित वर्ष : 2022
पृष्ठ :215
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 2641
आईएसबीएन :0

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बीए सेमेस्टर-3 भूगोल सरल प्रश्नोत्तर

प्रश्न- जैव विविधता संरक्षण हेतु भारत के राष्ट्रीय पार्कों तथा अभ्यारण्यों की भूमिका का वर्णन कीजिए।

उत्तर -

सर्वप्रथम जैव विविधता शब्द का प्रयोग 1986 में अमेरिका कीट विज्ञान ई. ओ. विल्सन द्वारा किया गया है। "जैवविविधता " जीवधारियों तथा उनके पर्यावरण के बीच पारस्परिक सम्बन्ध की एक कड़ी हैं। जैव विविधता के अन्तर्गत मृदा में उपस्थित सूक्ष्म जीवाणुओं से लेकर हाथी जैसे विशाल प्राणी, वृक्ष, सूक्ष्म लाइकेन से लेकर विशाल रेड बुड वृक्ष, अति सूक्ष्म प्लैकटन से लेकर स्थूलकाय ह्वेल तक, जो " पारिस्थितिक सन्तुलन बनाये रखते है, सभी जीवों एवं वनस्पतियों का अध्ययन किया जाता है। प्रकृति में इन जैव विविधताओं का बहुत महत्व है। पर्यावरणीय ह्रास के कारण जैव विविधता का क्षय हुआ है। जीवों की अनेक प्रजातियों लुप्त हो गई और कई संकट ग्रस्त है।

भारत में जैव विविधता का स्वरूप पारितंत्र के सतत् विकास तथा जैव संसाधनों के अनुकूलतम उपयोग के दृष्टिकोण से जैव विविधता के संरक्षण की आवश्यकता है। भारत भौगोलिक दृष्टिकोण से विविधता वाला देश है। इस विविधता वाले देश में अनेक प्रकार के जीव एवं वनस्पति प्रजातियाँ पायी जाती है "भारतीय वनस्पति सर्वेक्षण" संस्था एवं "भारतीय प्राणी सर्वेक्षण विभाग" के अनुसार भारत में पेड़-पौधों की 47,000 प्रजातियाँ पाई जाती है। भारत में विश्व का मात्र 2.4% भौगोलिक क्षेत्रफल है जबकि 8 प्रतिशत से अधिक जैव विविधता पाई जाती है। विविधता केन्द्रों एवं कृषि विविधता की दृष्टि से भारत का विश्व में छठवाँ स्थान है।

यद्यपि भारत में जैव विविधता की अनुपम विरासत है लेकिन जनसंख्या वृद्धि औद्योगीकरण, नगरीकरण तथा रासायनिक खादों व कीटनाशकों के अत्यधिक प्रयोग ने पारिस्थितिक सन्तुलन को पूर्णतया बाधित किया है। परिणामस्वरूप पादपों की लगभग 1336 प्रजातियाँ के लुप्त होने का खतरा है। साथ ही, स्तनपायी जीवों की 39 से अधिक प्रजातियाँ, पक्षियों की 70 सरीसृप की 25 उभयचारी जीवों की 3 तथा मछलियों की 3 प्रजातियाँ तथा बड़ी संख्या में तितलियों, पतंगों व कीड़े-मकोड़े के लुप्त होने के खतरा है।

भारत में जैव विविधता संरक्षण

जैव विविधता संरक्षण का लक्ष्य पर्यावरण तथा विकास की निरन्तरता को बनाये रखना है। भविष्य में प्रजातियों को संरक्षित रखने के लिए अनेक प्रयास किये जा रहे है। जिससे प्राकृतिक शक्तियाँ, जैव विविधता को विकसित करने में सहयोग प्रदान करें। ये प्रयास दुर्लभ प्रजातियों के विलोपन को रोकने को सहायक होगें। मानव जीवन के अस्तित्व के लिए भी जैव विविधता के संरक्षण की आवश्यकता है क्योंकि प्राणियों का जीवन एक-दूसरे पर इतना अधिक निर्भर करता है कि एक प्रजाति पर संकट आने से अन्य प्राणियों के जीवन का सन्तुलन बिगड़ जाता है, तो इससे पर्यावरण में गिरावट उत्पन्न होती है और अन्त में मनुष्य का अस्तित्व भी खतरे में पड़ सकता है।

भारत में कुछ पौधो की प्रजातियों को बचाने और संकटापन्न प्रजातियों के संरक्षण के प्रावधान के अन्तर्गत कुछ प्रोजेक्ट स्थापित किये गये है। जैसे -

प्रोजेक्ट टाइगर- यह 1973 में बाघों की जनसंख्या को उचित स्तर पर रखना है। यह योजना 17 राज्यों में चल रही है। बाघों की संख्या 1972 में 1,827 थी जो अब लगभग 4,000 से अधिक हो गई है।

प्रोजेक्ट एलीफेन्ट यह प्रोजेक्ट 1992 में हाथियों की संख्या को उनके अधिवासों में संरक्षण के लिए शुरू किया। यह प्रोजेक्ट 13 राज्यों में चल रहे हैं।

मगरमच्छ प्रजनन परियोजना - यह 1975 में शुरू हुई थी, भारत में इस परियोजना के अतिरिक्त घड़ियाल संरक्षण परियोजना व गैंडे संरक्षण परियोजनायें भी क्रियान्वित है। भारत के असम राज्य में स्थित काजीरंगा राष्ट्रीय पार्क और मानस बाघ रिजर्व क्षेत्र विश्वविख्यात संरक्षित क्षेत्र हैं।

संरक्षित क्षेत्र -  भारत का जिम कार्बेट राष्ट्रीय पार्क 1936 में स्थापित हुआ जो भारत का पहला और विश्व का तीसरा राष्ट्रीय पार्क था। इस समय भारत में 659 संरक्षित क्षेत्र है जिनमें 95 राष्ट्रीय पार्क, 513 अभ्यारण्य 43 संरक्षित रिजर्व और 4 सामुदायिक रिजर्व शामिल है। राष्ट्रीय उद्यान एक या अनेक पारितन्त्रों वाला वृहत क्षेत्र होता है। यहाँ विशिष्ट वैज्ञानिक शिक्षा और मनोरजंन के लिए विभिन्न प्रजातियों के पेड़-पौधों व जीव-जन्तुओं, भू-आकृतिक स्थलों और आवासों को संरक्षित किया गया हैं। राष्ट्रीय उद्यान के समान वन्य जीव अभ्यारण्य भी वन्य जीवों की सुरक्षा के लिए स्थापित किये गये है। वन्य जीव अभ्यारण्य वे क्षेत्र या स्थान हैं, जहाँ वन्य जीव और पक्षी अपने प्राकृतिक पर्यावरण में रखे जाते हैं। भारत * में बाघ आरक्षित क्षेत्र अभ्यारण्यों का एक विशिष्ट क्षेत्र है।

जीव मण्डल आरक्षित क्षेत्र (Biosphere Reserves) जीव मण्डल आरक्षित क्षेत्रों का उद्देश्य पारिस्थितिक तन्त्र की आनुवांशिकी विशिष्टताओं को सुरक्षित रखना है। जीवमण्डल आरक्षित क्षेत्र के सुखा तीन उद्देश्य है 1. संरक्षण, 2. विकास तथा 3. व्यवस्था। भारत में जैव विविधता संरक्षण के लिए यूनेस्को ने 1971 में 'जीवमण्डल रिजर्व' कार्यक्रम शुरू किया। इस कार्यक्रम में पेड़-पौधों, जीवों- जन्तुओं एवं सूक्ष्म जीवों की सुरक्षा में संरक्षण पर ध्यान दिया गया है। 2005 तक भारत में जैवमण्डल आरक्षित क्षेत्र 4 जो तालिका में दिया गया है -

सुन्दर वन में लगभग 200 रॉयल बंगाल टाईगर रहते हैं। यहाँ मैंग्रोव वनों में 170 से अधिक पक्षी प्रजातियों पाई जाती है। यहाँ के मैंग्रोव वनों में बेशकीमती लकड़ी हेरिशिएरा व फोमीज भी पाई जाती है। 14 में से केवल 4 जीवमण्डल आरक्षित क्षेत्र यूनेस्को के मानव और जीवमण्डल प्रोग्राम के अन्तर्गत मान्यता प्राप्त है मुख्य जीवमण्डल आरक्षित क्षेत्र इस प्रकार है-

1. नीलगिरी
2. नंदादेवी
3. सुन्दरवन
4. मन्नार की खाड़ी

1. नीलगिरी जीवमण्डल आरक्षित क्षेत्र इस पहले आरक्षित क्षेत्र की 1986 में स्थापना की गई थी। इस क्षेत्र में विभिन्न प्रकार के जीवों के आवास हैं। 5,520 वर्ग किमी. वाले इस जीवमण्डल आरक्षित क्षेत्र में नगर होल, बांदीपुर मदुमलाई, निलबूर का सारा वन से ढका व ऊपरी नीलगिरी पठार, सायलेंट वैली और सिंदुवानी पहाड़ियाँ सम्मिलित हैं। इस क्षेत्र में विभिन्न प्रकार की वनस्पति शुष्क और आर्द्र पर्णपाती वन, अर्ध सदाबहार और आर्द्र सदाबहार वन, सदाबहार शोलास घास के मैदान और दलदल; पाई जाती है। यहाँ पर संकटोंपन्न प्राणी प्रजातियों में नीलगिरी टाहर और शेर जैसी दुम वाले बंदर की संख्या सबसे अधिक है। इस क्षेत्र में हाथी, बाघ, गौर, सांभर और चीतल जानवरों की सबसे ज्यादा संख्या दक्षिण भारत में है। यहाँ कुछ संकटापन्न और क्षेत्रीय पौधे भी पाये जाते है। इस क्षेत्र की एक विशेषता है कि पश्चिमी घाट में पाये जाने वाले 80% फूलदार पौधें इसी आरक्षित क्षेत्र में पाये जाते हैं।

2. नंदा देवी जीवमण्डल आरक्षित क्षेत्र - यह जीवमण्डल क्षेत्र उत्तरांचल के चमोली, अल्मोडा, पिथोरगढ तथा वागेश्वर जिले में फैला हुआ है। यहाँ पर शीतोष्ण कटिबन्धीय वन पाये जाते है। वनों की मुख्य प्रजातियों में सिल्वखुड़ तथा लैटीफोली जैसे ओरचिड एवं रोडो हेंड्रान आदि प्रजातियाँ पाई जाती है। वन्य जीवों में हिम तेंदुआ, काला भालू, भूरा भालू, कस्तूरी मृग, हिम मुर्गा, सुनहराबाज और काला बाज पाये जाते है। इस जीवमण्डल क्षेत्र में संकटापन्न पौध प्रजातियाँ पाई जाती हैं जिन्हें औषधियों के लिए एकत्रित करने, वन में आग लगने एवं पशुओं का व्यापारिक उद्देश्य से शिकार होने से पारिस्थितिक तन्त्र को खतरा पैदा हो गया है।

3. सुंदरवन जीवमण्डल आरक्षित क्षेत्र यह आरक्षित क्षेत्र गंगा नदी के डेल्टा पर 9,630 वर्ग किमी. भूमि पर विस्तृत है। यहाँ पर मैंग्रोव वन, अनूप तथा वनाच्छदित द्वीप पाये जाते हैं।

4. मन्नार की खाड़ी का आरक्षित क्षेत्र यह क्षेत्र तमिलनाडु के तटीय भाग 1,05,000 हेक्टेयर क्षेत्र में फैला हुआ है। इस क्षेत्र की गणना जैव विविधता की दृष्टि से विश्व के सबसे घने क्षेत्रों में होती है। इस क्षेत्र में 21 द्वीप हैं जिन पर अनेक ज्वारनद मुख, पुलिन, तटीय पर्यावरण के जंगल, समुद्री घासें प्रवाल द्वीप, अनूप और मैंग्रोव पाये जाते हैं यहाँ पर लगभग 3,600 पौधों और जीवों की प्रजातियाँ पाई जाती है।

 

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    अनुक्रम

  1. प्रश्न- पर्यावरण के कौन-कौन से घटक हैं? स्पष्ट कीजिए।
  2. प्रश्न- पर्यावरण का अर्थ बताइये।
  3. प्रश्न- पर्यावरण की परिभाषायें बताइये।
  4. प्रश्न- पर्यावरण के विषय क्षेत्र को बताइए तथा इसके सम्बंध में विभिन्न पहलुओं की विवेचना कीजिए।
  5. प्रश्न- पर्यावरण के मुख्य तत्व कौन-कौन से हैं? स्पष्टतया समझाइए।
  6. प्रश्न- पर्यावरण भूगोल के विकास की विवेचना कीजिए।
  7. प्रश्न- पर्यावरण के संघटकों को समझाइए।
  8. प्रश्न- पर्यावरण के जैविक तत्वों पर संक्षिप्त टिप्पणी कीजिए।
  9. प्रश्न- पारिस्थितिकी की मूलभूत संकल्पनाओं का विस्तृत वर्णन कीजिए।
  10. प्रश्न- पारिस्थितिकीय असंतुलन के कारणों का परीक्षण कीजिए एवं उसे दूर करने के उपायों की व्याख्या कीजिए।
  11. प्रश्न- पारिस्थितिक संतुलन की सुरक्षा हेतु कारगर योजना नीति पर प्रकाश डालिए।
  12. प्रश्न- पारिस्थितिकी क्या है?
  13. प्रश्न- पारिस्थितिकी की परिभाषायें बताइये।
  14. प्रश्न- पारिस्थितिकी के उद्देश्यों को बताइये।
  15. प्रश्न- पारिस्थितिकी समस्याओं के कारकों को बताइये।
  16. प्रश्न- पारिस्थितिक सन्तुलन पर टिप्पणी लिखिये।
  17. प्रश्न- जैविक संघटक के आधार पर पारिस्थितिकी का वर्गीकरण कीजिए।
  18. प्रश्न- भारत में पारस्थितिकी विकास में भौगोलिक क्षेत्र की व्याख्या कीजिए।
  19. प्रश्न- स्वपारिस्थितिकी किसे कहते हैं?
  20. प्रश्न- समुदाय पारिस्थितिक क्या है? इसके उपविभाग को समझाइए।
  21. प्रश्न- पारिस्थितिक असन्तुलन एवं संरक्षण पर टिप्पणी कीजिए।
  22. प्रश्न- पारिस्थितिक अध्ययनों के विकास पर प्रकाश डालिए।
  23. प्रश्न- मानव पारिस्थितिकी क्या है?
  24. प्रश्न- ग्रिफिथ टेलर का योगदान क्या है?
  25. प्रश्न- पारिस्थितिकी तंत्र की संकल्पना, अवयव एवं कार्यप्रणाली की विवेचना कीजिए।
  26. प्रश्न- पारिस्थितिक तंत्र को परिभाषित कीजिए।
  27. प्रश्न- पारितंत्र की संकल्पना पर प्रकाश डालिए।
  28. प्रश्न- पारिस्थितिक तंत्र की विशेषताओं को बताइए।
  29. प्रश्न- निवास्य क्षेत्र के आधार पर पारिस्थितिक तंत्र का वर्गीकरण कीजिए।
  30. प्रश्न- पारिस्थितिक तंत्र के संघटकों को बताइए।
  31. प्रश्न- मनुष्य पारिस्थितिक तंत्र में अस्थिरता उत्पन्न करता है।' व्याख्या कीजिए।
  32. प्रश्न- पारिस्थितिकीय दक्षता का क्या महत्व है?
  33. प्रश्न- भारतीय संस्कृति में पर्यावरण संरक्षण कैसे निहित है? उल्लेख कीजिए।
  34. प्रश्न- पर्यावरण के सन्दर्भ में पारम्परिक ज्ञान से आप क्या समझते हैं?
  35. प्रश्न- प्राकृतिक आपदा "भूकम्प" की विवेचना कीजिए।
  36. प्रश्न- पारम्परिक ज्ञान क्या है एवं इसके प्रमुख लक्षण बताइए।
  37. प्रश्न- "प्रकृति को बचाएँ, प्राकृतिक जीवन शैली अपनाएँ।" इस वाक्य पर संक्षेप में टिप्पणी लिखिए।
  38. प्रश्न- भारतीय पारम्परिक ज्ञान एवं पर्यावरण संरक्षण पर टिप्पणी कीजिए।
  39. प्रश्न- पारम्परिक ज्ञान को परिभाषित करते हुए उसकी विशेषताओं का उल्लेख कीजिए।
  40. प्रश्न- जैव-विविधता से आप क्या समझते हैं? पारिस्थितिक तंत्र की स्थिरता में इसके योगदान की विवेचना कीजिए।
  41. प्रश्न- जैव विविधता संरक्षण हेतु भारत के राष्ट्रीय पार्कों तथा अभ्यारण्यों की भूमिका का वर्णन कीजिए।
  42. प्रश्न- पादप संरक्षण से आप क्या समझते हैं? विभिन्न संकटग्रस्त पादपों के संरक्षण के लिए किये गये विभिन्न उपायों की विवेचना कीजिए।
  43. प्रश्न- जैव-विविधता के विलोपन (ह्रास) के मुख्य कारण क्या हैं? उनका वर्णन कीजिए।
  44. प्रश्न- जैव विविधता के संरक्षण के उपायों पर प्रकाश डालिए।
  45. प्रश्न- जैव विविधता के संरक्षण की कौन-कौन सी विधियाँ हैं? पर्यावरण संतुलन में इसकी क्या भूमिका है?
  46. प्रश्न- जैव विविधता का अर्थ स्पष्ट कीजिए।
  47. प्रश्न- जैव विविधता के विभिन्न स्तरों का संक्षेप में वर्णन कीजिए।
  48. प्रश्न- जैव विविधता में ह्रास के प्रमुख कारणों का उल्लेख कीजिए।
  49. प्रश्न- जैव विविधता संरक्षण के उपाय स्पष्ट कीजिए।
  50. प्रश्न- "वनोन्मूलन वातावरण का एक कारक है।' भारत के सन्दर्भ में इसकी विवेचना कीजिए।
  51. प्रश्न- भारतवर्ष में वातावरण का विनाश किन-किन क्षेत्रों में सर्वाधिक हुआ है? स्पष्ट कीजिए।
  52. प्रश्न- वन विनाश का पर्यावरण पर प्रतिकूल प्रभावों की विवेचना कीजिए।
  53. प्रश्न- भारत में वनोन्मूलन के कारणों का उल्लेख कीजिए।
  54. प्रश्न- वनों के महत्व को बताइये।
  55. प्रश्न- भारतीय वन व्यवसाय की समस्यायें बताइए।
  56. प्रश्न- भारत में वन संरक्षण नीति क्या है?
  57. प्रश्न- वन संरक्षण के उपाय बताइये।
  58. प्रश्न- भारत में वन संरक्षण नीतियों को समझाइए।
  59. प्रश्न- वन संरक्षण क्यों आवश्यक है?
  60. प्रश्न- वनों के विकास के कारक बताइये।
  61. प्रश्न- पर्यावरण के सुधार में वनीकरण की भूमिका क्या है?
  62. प्रश्न- चिपको आन्दोलन को समझाइए।
  63. प्रश्न- वन विनाश की समस्या पर टिप्पणी लिखिए।
  64. प्रश्न- मिट्टी के कटाव के प्रमुख प्रकार बताइये, मिट्टी के कटाव के प्रमुख कारणों का वर्णन कीजिए तथा इसके निस्तारण के उपाय बताइये।
  65. प्रश्न- मृदा अपरदन से उत्पन्न पर्यावरणीय समस्याएँ क्या हैं? मृदा अपरदन को रोकने के क्या उपाय हैं?
  66. प्रश्न- मृदा अपरदन से क्या तात्पर्य है?
  67. प्रश्न- मृदा क्षय और मृदा अपरदन रोकने के उपाय बताइये।
  68. प्रश्न- मिट्टी अपरदन के कारण क्या हैं? बताइये।
  69. प्रश्न- मृदा अपरदन में मुख्य रूप से कौन प्रक्रियायें सम्मिलित होती हैं? बताइये।
  70. प्रश्न- मृदा की अपरदनशीलता से क्या तात्पर्य है? मिट्टियों की अपरदनशीलता किन कारकों पर आधारित होती हैं? बताइये।
  71. प्रश्न- FAO के अनुसार कौन से कारक मृदा अपरदन को प्रभावित करते हैं बताइये?
  72. प्रश्न- मृदा संरक्षण के संदर्भ में विस्तृत टिप्पणी लिखिए।
  73. प्रश्न- मिट्टी की थकावट क्या है?
  74. प्रश्न- मरुस्थलीयकरण से आप क्या समझते हैं?
  75. प्रश्न- मरुस्थलीयकरण के कारणों की विवेचना कीजिए।
  76. प्रश्न- मरुस्थलीयकरण के प्रभाव बताइये।
  77. प्रश्न- मरुस्थलीय प्रक्रिया के प्रमुख रूपों की विवेचना कीजिए।
  78. प्रश्न- मरुस्थलीयकरण नियंत्रण के उपाय बताइये।
  79. प्रश्न- मरुस्थलीयकरण नियंत्रण के उपायों की विवेचना कीजिए।
  80. प्रश्न- मरुस्थल कितने प्रकार के होते हैं?
  81. प्रश्न- भारत के भेद में मरुस्थलीकरण के निरन्तर विस्तार को समझाइये |
  82. प्रश्न- पर्यावरण प्रदूषण भारत की मुख्य समस्या है। प्रदूषण समस्या की समीक्षा निम्नलिखित संदर्भ में कीजिए (i) वायु प्रदूषण (ii) जल प्रदूषण।
  83. प्रश्न- जल प्रदूषण की परिभाषा दीजिए। जल प्रदूषण के विभिन्न स्रोतों का वर्णन करते हुए नियंत्रण के उपाय बताइये।
  84. प्रश्न- जल संरक्षण एवं प्रबन्धन के महत्व की विवेचना करते हुए जल संरक्षण एवं प्रबन्धन की प्रमुख विधियों का विवरण लिखिए।
  85. प्रश्न- प्रदूषण किसे कहते हैं? वायु प्रदूषण के कारण एवं नियंत्रण का वर्णन कीजिये।
  86. प्रश्न- ठोस अपशिष्ट से क्या आशय है? ठोस अपशिष्ट के कारणों तथा प्रभावों की विवेचना कीजिए।
  87. प्रश्न- पर्यावरण प्रदूषण का मानव स्वास्थ्य पर इसका क्या प्रभाव पड़ता है?
  88. प्रश्न- पर्यावरण प्रदूषण की परिभाषा बताइए।
  89. प्रश्न- पर्यावरण प्रदूषण के सामान्य कारणों को बताइए।
  90. प्रश्न- पर्यावरण संतुलन से क्या अभिप्राय है?
  91. प्रश्न- पर्यावरण प्रदूषक क्या है? इनके प्रकारों को बताइये।
  92. प्रश्न- पर्यावरण प्रदूषण का वर्गीकरण कीजिए।
  93. प्रश्न- वायु प्रदूषण क्या है?
  94. प्रश्न- वायु प्रदूषण की परिभाषा बताइये।
  95. प्रश्न- वायु प्रदूषकों के प्रकारों को बताइये।
  96. प्रश्न- वायु प्रदूषण के स्रोतों को बताइए।
  97. प्रश्न- वायु प्रदूषण के प्रकार बताइए।
  98. प्रश्न- भारत के सन्दर्भ में वायु प्रदूषण की समीक्षा कीजिए।
  99. प्रश्न- वायु प्रदूषण का पर्यावरण में प्रभाव को बताइए, तथा विवेचना कीजिए।
  100. प्रश्न- वायु प्रदूषण रोकने के उपाय बताइए।
  101. प्रश्न- जल प्रदूषण की प्रकृति को बताइए।
  102. प्रश्न- जल प्रदूषण का वर्गीकरण कीजिए।
  103. प्रश्न- गंगा प्रदूषण पर निबंध लिखिए या गंगा प्रदूषण की विवेचना कीजिए।
  104. प्रश्न- किन प्रमुख स्रोतों से गंगा का जल प्रदूषित हो जाता है कारण बताइए।
  105. प्रश्न- गंगा जल प्रदूषण को रोकने के उपाय बताइए।
  106. प्रश्न- जल प्रदूषण के प्रभावों को बताइए तथा इन कारकों की विवेचना कीजिए।
  107. प्रश्न- ध्वनि प्रदूषण के कारण एवं नियंत्रण पर प्रकाश डालिए।
  108. प्रश्न- मृदा प्रदूषण से आप क्या समझते हैं? परिभाषित कीजिए।
  109. प्रश्न- मृदा की गुणवत्ता में हास या अवनयन किन-किन कारणों से होता है, बताइए?
  110. प्रश्न- मृदा प्रदूषण के कारकों को बताइए तथा मिट्टी प्रदूषकों के नाम बताइए।
  111. प्रश्न- मिट्टी प्रदूषण के स्रोतों को बताइए।
  112. प्रश्न- मिट्टी प्रदूषण के कुप्रभाव बताइए।
  113. प्रश्न- ठोस अपशिष्टों के घटकों की विवेचना कीजिए।
  114. प्रश्न- ठोस अपशिष्ट प्रदूषण की परिभाषा बताइए।
  115. प्रश्न- ठोस अपशिष्ट के स्रोत बताइए।
  116. प्रश्न- ठोस अपशिष्ट के प्रकार बताइये तथा प्रत्येक की संक्षिप्त विवेचना कीजिए।
  117. प्रश्न- ठोस अपशिष्टों का प्रदूषण में क्या योगदान है विवेचना कीजिए।
  118. प्रश्न- ठोस अपशिष्ट पदार्थों के निपटान के बारे में सुझाव दीजिए।
  119. प्रश्न- ध्वनि प्रदूषक क्या हैं?
  120. प्रश्न- प्रदूषित पेयजल जनित रोग बताइए?
  121. प्रश्न- "पर्यावरण प्रदूषण एक अभिशाप है।' स्पष्ट कीजिए।
  122. प्रश्न- जल संरक्षण की विधियों का विवेचन कीजिए।
  123. प्रश्न- ठोस अपशिष्ट क्या है?
  124. प्रश्न- गंगा एक्शन प्लान (GAP) का वर्णन कीजिए।
  125. प्रश्न- टिहरी उच्च बाँध परियोजना के क्या कारण थे? स्पष्ट कीजिए।
  126. प्रश्न- टाइगर प्रोजेक्ट के विशेष सन्दर्भ में वन्य जीवन परिसंरक्षण की सार्थकता की विवेचना कीजिए।
  127. प्रश्न- भारत की बाघ परियोजना का विस्तार से वर्णन कीजिये।
  128. प्रश्न- नर्मदा घाटी परियोजना का वर्णन कीजिए।
  129. प्रश्न- नर्मदा घाटी से सम्बन्धित पर्यावरणीय चिन्ताएँ क्या हैं? स्पष्ट कीजिए।
  130. प्रश्न- गंगा एक्शन प्लान की समीक्षा कीजिए।
  131. प्रश्न- टिहरी बाँध परियोजना का वर्णन कीजिए।
  132. प्रश्न- टिहरी बाँध परियोजना के क्या उद्देश्य थे?
  133. प्रश्न- भारत में कितने टाइगर अभयारण्य हैं?
  134. प्रश्न- भारत में टाइगर प्रोजेक्ट योजना का निर्माण क्यों आवश्यक था?
  135. प्रश्न- गंगा कार्य योजना (गंगा एक्शन प्लान) के संस्थागत पहल के विषय में बताइए।
  136. प्रश्न- जलवायु परिवर्तन को समझना क्यों आवश्यक है?
  137. प्रश्न- ग्लोबल वार्मिंग क्या है? इसके मानव जीवन पर पड़ने वाले प्रभावों की विवेचना कीजिए।
  138. प्रश्न- वैश्विक उष्णता से आप क्या समझते हैं? इसके कारण तथा प्रभावों का वर्णन कीजिए।
  139. प्रश्न- हरित गृह प्रभाव की विवेचना कीजिए।
  140. प्रश्न- हरित गैस के प्रमुख स्रोत बताइए।
  141. प्रश्न- हरित गृह द्वारा कौन-कौन सी समस्यायें उत्पन्न होती हैं? समझाइए।
  142. प्रश्न- हरित गृह प्रभाव की रोकथाम को बताइए।
  143. प्रश्न- ओजोन क्षरण से मानव स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभावों का मूल्यांकन कीजिए।
  144. प्रश्न- ओजोन परत क्षरण के कारण लिखिए।
  145. प्रश्न- भूमण्डलीय ताप वृद्धि के प्रभाव क्या है?
  146. प्रश्न- प्रमुख भूमण्डलीय समस्याओं को बताइये।
  147. प्रश्न- भूमण्डलीय तापन की विवेचना कीजिए।
  148. प्रश्न- प्रथम पृथ्वी सम्मेलन (रियो सम्मेलन) के प्रमुख मुद्दों को बताइए।
  149. प्रश्न- प्रथम पृथ्वी सम्मेलन के मुद्दों की संक्षिप्त विवेचना कीजिए।
  150. प्रश्न- वैश्विक ताप वृद्धि के निवारक उपाय बताइए।
  151. प्रश्न- भारतीय पर्यावरण विधियों (अधिनियमों) की कमियाँ बताइये।
  152. प्रश्न- भारत पर जलवायु परिवर्तन के प्रभावों का वर्णन कीजिए।
  153. प्रश्न- वैश्विक जलवायु आकलन आई.पी.सी.सी. पर संक्षेप में प्रकाश डालिए।
  154. प्रश्न- आई.पी.सी.सी. की मूल्यांकन रिपोर्ट का वर्णन कीजिए।
  155. प्रश्न- जलवायु परिवर्तन पर अंतर-सरकारी पैनल की व्याख्या कीजिए एवं आई.पी.सी.सी. की आकलन रिपोर्ट बताइए।
  156. प्रश्न- जलवायु परिवर्तन क्या है एवं इसके कारकों का उल्लेख कीजिए।
  157. प्रश्न- ग्लोबल वार्मिंग के कारण जलवायु परिवर्तन के संभावित वैश्विक प्रभाव को बताइए।
  158. प्रश्न- एशियाई क्षेत्र में जलवायु परिवर्तन के प्रभावों का वर्णन कीजिए।
  159. प्रश्न- जलवायु परिवर्तन पर राष्ट्रीय कार्य योजना का वर्णन एवं इसके मिशन को भी बताइए।
  160. प्रश्न- राष्ट्रीय सौर मिशन की व्याख्या कीजिए।
  161. प्रश्न- उन्नत ऊर्जा दक्षता के लिये राष्ट्रीय मिशन के उद्देश्य क्या हैं?
  162. प्रश्न- सुस्थित निवास पर राष्ट्रीय मिशन का लक्ष्य बताइए।
  163. प्रश्न- राष्ट्रीय जल मिशन पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
  164. प्रश्न- सुस्थिर हिमालयी पारिस्थितिक तंत्र हेतु राष्ट्रीय मिशन की व्याख्या कीजिए।
  165. प्रश्न- हरित भारत हेतु राष्ट्रीय मिशन का लक्ष्य क्या है .
  166. प्रश्न- सुस्थिर कृषि पर राष्ट्रीय मिशन की व्याख्या करें।
  167. प्रश्न- जलवायु परिवर्तन हेतु रणनीति ज्ञान पर राष्ट्रीय मिशन पर प्रकाश डालिए।
  168. प्रश्न- जलवायु परिवर्तन पर राष्ट्रीय कार्य योजना के सिद्धान्तों का वर्णन कीजिए।
  169. प्रश्न- "जलवायु परिवर्तन एवं भारतीय स्थिति पर अपने विचार व्यक्त कीजिए।
  170. प्रश्न- जलवायु परिवर्तन के सम्बन्ध में भारत और अन्तर्राष्ट्रीय मंच पर टिप्पणी लिखिए।
  171. प्रश्न- जलवायु परिवर्तन के प्रतिकार के प्रस्ताव की विवेचना कीजिए।
  172. प्रश्न- जलवायु हितैषी उपायों की व्याख्या कीजिए।
  173. प्रश्न- जलवायु परिवर्तन पर निगरानी रखने से आप क्या समझते हैं?
  174. प्रश्न- अनुसंधान क्षमता और संस्थागत आधारभूत संरचना का निर्माण जलवायु परिवर्तन के लिये क्यों आवश्यक है?
  175. प्रश्न- जलवायु परिवर्तन पर शैक्षिक ढाँचा क्यों आवश्यक है?
  176. प्रश्न- पर्यावरण प्रकोप से क्या आशय है? प्राकृतिक एवं मानव जनित प्रकोपों की विस्तृत विवेचना कीजिए।
  177. प्रश्न- पर्यावरण प्रकोप तथा विनाश का अर्थ एवं परिभाषा को बताइए।
  178. प्रश्न- पर्यावरण प्रकोप के प्रकार बताइए।
  179. प्रश्न- प्राकृतिक प्रकोप की विवेचना कीजिए।
  180. प्रश्न- मानव जनित प्रकोप की विवेचना कीजिए।
  181. प्रश्न- प्रकोप के प्रति सामाजिक प्रतिक्रिया की विवेचना कीजिए।
  182. प्रश्न- प्राकृतिक प्रकोपों तथा आपदाओं के प्रभाव को कम करने के लिए प्रबंधन के अन्तर्गत किन- किन पक्षों को सम्मिलित किया जाता है।
  183. प्रश्न- Idndr के तहत प्रकोप नयूनीकरण कार्यक्रम के उद्देश्य बताइये।
  184. प्रश्न- सूखा प्रकोप से आप क्या समझते हैं? सूखा प्रकोप के प्रभाव बताइये।
  185. प्रश्न- सूखा नियंत्रण के उपाय बताइये।
  186. प्रश्न- बाढ़ प्रकोप से आप क्या समझते हैं? बाढ़ के कारण बताइए।
  187. प्रश्न- बाढ़ नियंत्रण के उपाय बताइये।
  188. प्रश्न- भूकम्प प्रकोप का सामान्य परिचय देते हुए उनके प्रभावों को बताइए।
  189. प्रश्न- भारत के जोखिमकारी अवशिष्टों का प्रबन्धन क्यों आवश्यक है एवं देश में जोखिमकारी अवशिष्टों को पर्यावरणीय अनुकूलन की दृष्टि से प्रबन्धित करने हेतु विभिन्न हस्तक्षेपों का वर्णन कीजिए।
  190. प्रश्न- जलवायु परिवर्तन और प्रदूषण से जैव विविधता के सामने प्रस्तुत खतरे और समाधान को बताइए।
  191. प्रश्न- "आक्रामक विजातिय प्रजातियों से नियंत्रित होने का खतरा बना रहता है। कथन की उदाहरण सहित व्याख्या कीजिए।
  192. प्रश्न- जोखिमकारी अवशिष्टों के उत्पन्न होने के क्या कारण हैं?
  193. प्रश्न- अवशिष्टों की उत्पत्ति पर कैसे नियंत्रण किया जा सकता है?
  194. प्रश्न- "पुनर्उपयोग, पुनः प्राप्त करना पुनर्चक्रणीय जोखिमकारी अवशिष्ट" की संक्षिप्त व्याख्या कीजिए।
  195. प्रश्न- जोखिमकारी नियामक ढाँचे से आप क्या समझते हैं?
  196. प्रश्न- 'अधिवास के नुकसान से दबाव, अवमूल्यन में कमी से आप क्या समझते हैं?
  197. प्रश्न- राष्ट्रीय वानिकी और पारिस्थितिकीय विकास बोर्ड के कार्य बताइए।
  198. प्रश्न- प्राकृतिक आपदाओं के प्रकार एवं आपदा प्रबन्धन का वर्णन कीजिए।
  199. प्रश्न- कृषि व सिंचाई की दृष्टि से जल की उपलब्धता व सूखे का वर्णन कीजिए।
  200. प्रश्न- सूखा-प्रणत क्षेत्र कार्यक्रम का वर्णन कीजिए।
  201. प्रश्न- आपदा के समय क्या करना एवं क्या न करना चाहिए?
  202. प्रश्न- प्राकृतिक आपदाएँ एवं प्रबन्धन के विषय में बताइए।
  203. प्रश्न- प्राकृतिक आपदाओं से अत्यधिक प्रभावित राज्य कौन से हैं?
  204. प्रश्न- सूखा अथवा अनावृष्टि को परिभाषित कीजिए।
  205. प्रश्न- जल की उपलब्धता पर सूखे के प्रभाव का वर्णन कीजिए।
  206. प्रश्न- सुनामी आपदा क्या है? परिभाषित कीजिए।
  207. प्रश्न- भारतीय तटों पर सुनामी का वर्णन कीजिए।
  208. प्रश्न- 26 दिसम्बर 2004 का सुनामी आपदा का वर्णन कीजिए।
  209. प्रश्न- सुनामी द्वारा लाये गये परिवर्तनों का उल्लेख कीजिए।
  210. प्रश्न- 2013 की अनावृष्टि (सूखा) का विवरण दीजिए।
  211. प्रश्न- परमाणु आपदा का विवरण दीजिए। इससे होने वाले विनाशों का वर्णन कीजिए।
  212. प्रश्न- रासायनिक आपदा क्या है? परिभाषित कीजिए।
  213. प्रश्न- किसी आपात या रासायनिक आपात स्थिति के दौरान क्या करना चाहिए?
  214. प्रश्न- नाभिकीय / रेडियोधर्मी प्रदूषण को रोकने के उपाय का वर्णन कीजिए।
  215. प्रश्न- भू-स्खलन पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।

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